अगर आपकी फसल में लग गया कीड़ा-मक्खी तो परेशान नहीं निकाले यह सस्ता समाधान, किसान ने बनाया खास यंत्र
सारण के बंटी सिंह ने कीटनाशक दवाओं के बिना फसलों को सुरक्षित रखने के लिए बनाया खास यंत्र
खेत तक, 11 सितम्बर, फसल में कीड़ा-मक्खी लगने से परेशान किसान अब एक सस्ते और प्रभावी समाधान की उम्मीद देख सकते हैं। पारंपरिक कीटनाशक दवाओं का असर न केवल फसलों की गुणवत्ता पर पड़ता है, बल्कि इनका सेवन करने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है। लेकिन अब, सारण जिले के बंटी सिंह ने किसानों के लिए एक नया और किफायती यंत्र विकसित किया है, जिससे कीटों और मक्खियों की समस्या का समाधान मिल रहा है।
सारण जिले के बनियापुर प्रखंड के कराह गांव के निवासी बंटी सिंह ने फैरोमेंट्रेप यंत्र तैयार किया है, जो केवल ₹10 की लागत में उपलब्ध है। यह यंत्र फसलों को कीटों से सुरक्षित रखने में मदद करता है और इसने पपीते की फसल को पूरी तरह सुरक्षित रखा है। इस यंत्र का निर्माण और उपयोग दोनों ही बेहद सरल और किफायती हैं।
यंत्र का कार्यप्रणाली
फैरोमेंट्रेप यंत्र का उपयोग कीटों को फसल से दूर रखने के लिए किया जाता है। यह यंत्र कीटों को आकर्षित करता है और उन्हें फंसाकर मार देता है। यंत्र के उपयोग से कीड़े और मक्खियां फसल पर बैठने की बजाय यंत्र में प्रवेश कर जाती हैं, जहां उनकी मृत्यु हो जाती है। इससे न केवल फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है, बल्कि कीटनाशक दवाओं की जरूरत भी कम हो जाती है।
बंटी सिंह का यह यंत्र किसानों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हो रहा है। इससे फसलों की गुणवत्ता बनी रहती है और स्वास्थ्य पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता। कई किसान इस यंत्र का उपयोग कर अपनी फसलों को सुरक्षित कर रहे हैं और बंटी सिंह की मदद से उन्हें इस नई तकनीक के लाभ मिल रहे हैं।
बंटी सिंह का यह अभिनव यंत्र किसानों के लिए एक नई उम्मीद की किरण साबित हो रहा है। इस सरल और सस्ते समाधान के माध्यम से, किसान अब फसलों की सुरक्षा के लिए महंगे कीटनाशक दवाओं पर निर्भर नहीं रहेंगे। यह यंत्र किसानों के बीच एक नई जागरूकता और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा दे रहा है।